बुधवार, अक्तूबर 26, 2011

दो दिए ज्यादा जलाएं

आओ दो दिए ज्यादा जलाएं

रोशनी के रंग भरे

जो रोशन कर दे जिंदगी

उम्मीदों की बाती संग

जो मिटा दे मन का अंधियारा

हम मनाए पर्व कुछ ऐसे

कि जीवन सबके रोशन हों

मन में उमड़े उमंग के छंद

और मधुर राग हो प्रेम संग

नित बहे राग बनकर

रोशनी का ये संगीत

रगों में बहता रहे

प्रकाश का मधुर गीत

बसा रहे मन में

हम सभी के

जीवन भर

रोशनी का आनंद संगीत

शुक्रवार, मार्च 18, 2011

जीना एक आदत

धरती पुकारती है...

आओ तुम्हें समेट लूं

पर आसमां कहता है...

उड़ चल तू कहीं

कश्मकश जिंदगी की

और बहाने हजार हैं

थोड़ा चलता हूं

थोड़ा उड़ता हूं

पर रहता हूं यहीं

अपने इर्द-गिर्द

हजार सपने लेकर

जीता हूं, हां जीता हूं

सपनों की खातिर

बड़े-छोटे...

हर तरह के सपने

सपनों से तो ही

जिंदगी चल रही है

मेरी जिंदगी, आपकी जिंदगी

ऐसे ही चलती रहती है

क्योंकि...

जीना एक आदत है

और...रुकना पसंद नहीं