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सांस थमती सी
फिर ज़िंदगी अंधेरा
तुम कहां हो
रात की चादर में लिपटी
मेरी तन्हाई
तेरे इंतज़ार में
तुम्हारी हंसी
फूल की तरह
सबसे सुखद
घड़ी की टिक-टिक
इंतज़ार
कब आओगे
एहसास
पुरानी यादों के
आज भी ज़िंदा